9वां विश्व योग दिवस 21 जून 2023

योग दिवस - विश्व योग दिवस के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ष 2014 लोक सभा में अपनी भाजपा के नेतृत्व में गठित सरकार के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा योग दिवस को विश्व योग दिवस के रूप में मनाने की संतुष्टि प्राप्त कराई। इस वर्ष भी विश्व योग दिवस 21 जून 2023 के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्युयार्क में संयुक्त राष्ट्र संघ के परिसर से योग दिवस मनाकर विश्व मानव एकता का संदेश देगें। इस बार योग दिवस के अवसर पर भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली में योग दिवस समारोह में शामिल हो रहे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारतीय नौ सेना के विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर योग समारोह कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश और देश वासियों को अपने शोषण मिडिया ट्यूटर हेंडल प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से योग दिवस पर बढ़ाई संदेश दिया है और सभी सार्वजनिक संस्थाओं स्कूलों कालेजों सहित ग्रामीण स्थल पर योगाभ्यास करने और योग दिवस पर आमजन मानस को योग से संबंधित जानकारी प्रदान करने का निर्देश दिया है। जो लोग योग से अनभिज्ञ हैं उन्हें योग से सम्बन्धित जानकारी देते हुए बताया जा रहा है.... करो योग रहो निरोग। सदैव अच्छी स्वास्थ्य के लिए नियमित योग ही सर्वश्रेष्ठ निशुल्क चिकित्सा पद्धति है। योग से जटिल से जटिल शारीरिक समस्याओं का निशुल्क समाधान संभव है। अपने दिनचर्या में योग को शामिल किया जाना नितांत आवश्यक है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का विकास होता है। विश्व योग दिवस के अवसर पर सभी को संकल्प लेते हुए नियमित योग करना चाहिए। ऋषि मुनियों के क्रम में प्रथम योगी महर्षि पतंजलि ने योग का अभ्यास शुरू कराया। आज ऋषि पतंजलि के नाम को अमर करने वाले हरियाणा के खानपुर गुरुकुल शिष्य बाबा रामदेव विश्व भर में योग का अभ्यास कराने का सफल संचालन कर रहे हैं। हम सब देव तुल्य ऋषि मुनियों के संतानों को अपने उन पूर्वजों के पथ पर अग्रसर होना चाहिए और योग को अपने दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। आज दुनिया भर में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस योग कार्यक्रम को विश्व पटल पर लाने से भारत का सम्मान बढ़ा है इस योग से हो रहे सकारात्मक फायदे से विश्व भर के लोगों को अच्छा स्वास्थ्य मिला है। मानव कल्याण के लिए भारत के प्राचीन ज्ञान की हमेशा सराहना की गई है। आज योग को लेकर विश्व भर में एक साथ 21 जून को हो रही योगाभ्यास भारतीय प्राचीन ज्ञान का प्रसार प्रचार का एक साक्ष्य है। कोविड-19 के दौरान योग की लोकप्रियता विश्व भर में काफी बढ़ गई। कोविड-19 के दौरान लोगों की स्थिरता और कोविड-19 को लेकर दिमागी टेन्शन से बचाव के लिए बहुत ही कारगर साबित हुआ योगाभ्यास। योग से शारीरिक तनाव के साथ ही मानसिक तनाव भी खत्म हो जाती है और जब मन स्वस्थ रहता है तो तन भी स्वस्थ रहता है। इन दोनों के स्वस्थ रहने से अनेकों बिमारियों से बचाव हो जाता है अगर शरीर अस्वस्थ होने लगा है तो भी योग से धीरे-धीरे शरीर को उत्तर स्वास्थ्य प्राप्त हो जाती है और बेफजूल की दवाईयों से मुक्ति मिल सकती है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की उत्पत्ति सितंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दी गई काल को वापस देख सकती है। हर साल 21 जून को योग दिवस मनाने के लिए एक दिन के रूप में अपने लाभों को बढ़ावा देने के लिए विचार विमर्श किया था।21 जून को ही योग दिवस कयूं मनाने का निर्णय लिया गया...? हिन्दू पंचांग के अनुसार 21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे बड़ा दिन होता है इस दिन को ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं। इसके बाद सूर्य दक्षिणायन होता है जिससे सूर्य का ताप कम होने लगता है। सूर्य का तेज कम होने से वातावरण अशुद्ध होता है और कीटाणु उत्पन्न होने लगते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है ऐसे में आध्यात्मिक सिद्धियों को प्राप्त करने व तन-मन को स्वस्थ रखने के लिए प्रत्येक वर्ष 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस मनाते हैं। सफलता तीन चीजों से मिलती है धन, मन और प्रसिद्धि। धन और प्रसिद्धि पाना आसान है लेकिन मन की शांति पाने के लिए सबसे जरूरी है योग 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है यह योगाभ्यास भारत में प्राचीन काल से ऋषि मुनियों द्वारा होता रहा है योग सिर्फ न रोग को खत्म करता है बल्कि हमारे आत्मविश्वास में बढ़ोतरी और मन को सदैव शांति प्रदान करता है इसलिए नियमित रूप से... करो योग रहो निरोग। 
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