गुरु पुत्रों फतेह सिंह और जोरावर सिंह ने धर्म की रक्षा के लिए दिया बलिदान: अजय कुमार दूबे

देवरिया। स्थानीय तहसील क्षेत्र के सुरेंद्र प्रसाद दुबे हाई स्कूल बड़कागांव में मंगलवार को दसवें सिख गुरु गुरु गोविंद सिंह के दो छोटे पुत्रों जोरावर सिंह और फतेह सिंह की स्मृति में वीर बाल दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि भाजपा के जिला उपाध्यक्ष अजय कुमार दुबे ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह का राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत देश को पहले रखने के प्रति अटूट प्रतिबद्धता एवं गहन संकल्प के रूप में ध्वनित होती है। गुरु गोविंद सिंह के चार पुत्र अर्थात साहिब जादा अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह इस प्रतिबद्धता का उदाहरण देते हैं। 

उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह के वीर साहबजादों के पास साहस था वह अकेले होते हुए भी मुगलों के सामने नहीं झुके। जो सदियों से प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है। जोरावर सिंह और फतेह सिंह को मुगलों ने धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला लेकिन वीर बालक मुगलों के दबाव के बाद भी धर्म परिवर्तन नहीं किए जिसके कारण उन्हें दीवार में चुनवा दिया गया। वीर बाल दिवस वीर साहिबजादा द्वारा प्रदर्शित साहस और दृढ़ संकल्प एक प्रमाण के रूप में खड़ा है। 
भारतीय इतिहास में इस घटना को बाद में साहिबजादा जोरावर सिंह और फतेह सिंह द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान के रूप में याद किया गया। भाजपा नेता सुरेश तिवारी ने कहा की 9 और 7 साल की उम्र में इन युवा आत्माओं ने धर्म की गरिमा और रक्षा के लिए सर्वोच्च और अद्वितीय बलिदान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष राजेंद्र जायसवाल एवं संचालन मंडल महामंत्री मंटू पटेल ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शैलेश कुमार दूबे, सुरेश तिवारी, विशंभर पांडेय, जितेंद्र जायसवाल, गोविंद पटेल, अशोक तिवारी, सुनील पांडेय, सतीश मिश्र, हरिशंकर पांडेय, विनोद सिंह, अनिरुद्ध तिवारी, रामविलास सहित विद्यालय के छात्र छात्रा उपस्थित थे।
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