अदम्य नारी शक्ति की प्रतीक थी अहिल्याबाई होल्कर: जयप्रकाश शाही
देवरिया। मंगलवार को भाटपार रानी ब्लॉक सभागार में पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के अंतर्गत विधानसभा पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन मंडल अध्यक्ष विशंभर पांडेय की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के द्वारा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण अर्पित कर किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि पूर्व जिलाध्यक्ष जय प्रकाश शाही ने कहा कि महारानी अहिल्याबाई की पहचान एक विनम्र एवं उदार शासक के रूप में थी। उनके हृदय में जरूरतमंदों, गरीबों और असहाय व्यक्ति के लिए दया और परोपकार की भावना कूट-कूट कर भरी हुई थी। उन्होंने समाज सेवा के लिए खुद को पूरी तरह समर्पित कर दिया था। शंअहिल्याबाई हमेशा अपनी प्रजा और गरीबों की भलाई के बारे में सोचती रहती थी, इसके साथ ही वे गरीबों और निर्धनों की हर संभव मदद के लिए हमेशा तत्पर रहती थी। विधायक सभा कुंवर कुशवाहा ने कहा कि अपने जीवन में तमाम परेशानियां झेलने के बाद जिस तरह महारानी अहिल्याबाई ने अपनी अदम्य नारी शक्ति का इस्तेमाल किया था, वो काफी प्रशंसनीय है। अहिल्याबाई कई महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। अहिल्याबाई होल्कर एक असाधारण महिला थी जिन्होंने समाज संस्कृति और राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका जीवन और कार्य आज भी लोगों को प्रेरित करते हैं। ब्लाक प्रमुख बिंदा कुशवाहा ने कहा कि अहिल्याबाई के कार्यों और चरित्र के कारण उन्हें अपने जीवन काल में ही देवी के रूप में पूजा जाने लगा। उन्हें पुण्यश्लोक के नाम से भी जाना जाता है जिसका अर्थ है पवित्र मंत्र की तरह शुद्ध। सुशील कुमार शाही ने कहा कि अहिल्याबाई ने कुशल और न्यायपूर्ण प्रशासन स्थापित किया। जिससे राज्य में समृद्धि आई।अपनी सेना को मजबूत किया और राज्य की रक्षा की।